विश्व के सात महाद्वीप ( 7 Continents )
विश्व के सात महाद्वीप ( 7 Continents ) एवं उनसे सम्बंधित तथ्य जानने से पहले महाद्वीप क्या होते हैं ? यह जानना आवश्यक है।
महाद्वीप ( Continent ) –
महाद्वीप एक विस्तृत जमीन का फैलाव है जो पृथ्वी पर समुद्र से अलग दिखाई देते हैं। महाद्वीप को व्यक्त करने के कोई स्पष्ट मापदण्ड नहीं है। अलग-अलग सभ्यताओं और वैज्ञानिकों नें महाद्वीप की अलग परिभाषा दी है। पर आम राय यह है कि एक महाद्वीप धरती का बहुत बड़ा विस्तृत क्षेत्र होता है जिसकी सीमाएं स्पष्ट पहचानी जा सके.पृथ्वी पर कितने महाद्वीप है इस बात पर पूरी सहमति नहीं है। कुछ लोग चार या पाँच महाद्वीप स्वीकरते है पर अधिकतर लोग छः, या सात महाद्वीप के होने का मत रखते हैं। भूवैज्ञानिकों मे मुख्य रूप से दो मतभेद है। पहला तो ये कि क्या यूरोप और एशिया को अलग-अलग महाद्वीप मानें या इन दोनों को जोड़कर एक महाद्वीप यूरेशिया मानें. दूसरा, क्या उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका को अलग-अलग महाद्वीप मानें या इन्हे साथ मिलाकर एक अमेरिका महाद्वीप माने. कुछ भूगोल वैज्ञानिकों ने ये भी सुझाव दिये हैं कि यूरोप, एशिया और अफ़्रीका को जोड़कर यूराफ़्रेशिया मानना चाहिए.
महाद्वीप धरती की ऐसी संरचना को कहते हैं, जो समुद्र तल से निश्चित ऊँचाई तक उठी हुई तथा क्रमबद्ध विस्तृत भू-भाग होती है। यह पृथ्वी पर समुद्र से अलग दिखाई देती है। समुद्र के लगभग 600 फुट अन्दर तक के महाद्वीपीय मग्नतटों तथा मग्नढालों को भी महाद्वीपों के अंतर्गत रखा जाता है। धरती के बहुत बड़े विस्तृत भू-भाग जिसकी सीमायें स्पष्ट पहचानी जा सकें, को महाद्वीप कहते हैं। विश्व में सात महाद्वीप हैं। जोकि निम्न हैं –
- एशिया ( Asia )
- अफ्रीका ( Africa )
- उत्तरी अमेरिका ( North America )
- दक्षिणी अमेरिका ( South America )
- अंटार्कटिका ( Antarctica )
- यूरोप ( Europe )
- ऑस्ट्रेलिया ( Australia )
एशिया महाद्वीप –
एशिया या जम्बुद्वीप आकार और जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है, जो उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। पश्चिम में इसकी सीमाएं यूरोप से मिलती हैं, हालाँकि इन दोनों के बीच कोई सर्वमान्य और स्पष्ट सीमा नहीं निर्धारित है। एशिया और यूरोप को मिलाकर कभी-कभी यूरेशिया भी कहा जाता है।एशियाई महाद्वीप भूमध्य सागर, अंध सागर, आर्कटिक महासागर, प्रशांत महासागर और हिन्द महासागर से घिरा हुआ है। काकेशस पर्वत शृंखला और यूराल पर्वत प्राकृतिक रूप से एशिया को यूरोप से अलग करते है।
कुछ सबसे प्राचीन मानव सभ्यताओं का जन्म इसी महाद्वीप पर हुआ था जैसे सुमेर, भारतीय सभ्यता, चीनी सभ्यता इत्यादि। चीन और भारत(🇮🇳) विश्व के दो सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भी हैं।
पश्चिम में स्थित एक लंबी भू सीमा यूरोप को एशिया से पृथक करती है। तह सीमा उत्तर-दक्षिण दिशा में नीचे की ओर रूस में यूराल पर्वत तक जाती है, यूराल नदी के किनारे-किनारे कैस्पियन सागर तक और फिर काकेशस पर्वतों से होते हुए अंध सागर तक। रूस का लगभग तीन चौथाई भूभाग एशिया में है और शेष यूरोप में। चार अन्य एशियाई देशों के कुछ भूभाग भी यूरोप की सीमा में आते हैं।
विश्व के कुल भूभाग का लगभग 3/10वां भाग या 30% एशिया में है और इस महाद्वीप की जनसंख्या अन्य सभी महाद्वीपों की संयुक्त जनसंख्या से अधिक है, लगभग 3/5वां भाग या 60%। उत्तर में बर्फ़ीले आर्कटिक से लेकर दक्षिण में ऊष्ण भूमध्य रेखा तक यह महाद्वीप लगभग 4,45,79,000 किमी क्षेत्र में फैला हुआ है और अपने में कुछ विशाल, खाली रेगिस्तानों, विश्व के सबसे ऊँचे पर्वतों और कुछ सबसे लंबी नदियों को समेटे हुए है।
एशिया विश्व के सात महाद्वीपों में से सबसे बड़ा महाद्वीप है एवं सारे धर्मों की जन्मभूमि है। अधिकतर प्राचीन सभ्यतायें एशिया महाद्वीप की नदियों के किनारे विकसित हुई, इसी कारण इन नदियों को सभ्यता का पालना कहा जाता है। एशिया महाद्वीप से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –
- विश्व के क्षेत्रफल का लगभग 29.5% भाग एशिया के पास है।
- यह विश्व के कुल क्षेत्र का लगभग 1/3 भाग पर फैला है।
- एशिया महाद्वीप चावल, जूट, कपास, सिल्क आदि के उत्पादन में पहले स्थान पर है।
- सबसे बड़ा देश – चीन
- सबसे छोटा देश – मालदीव
- सबसे लम्बी नदी – यांगटीसीक्यांग
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – माउंट एवरेस्ट ( 8850 मी. )
- सबसे बड़ी झील – कैस्पियन सागर
अफ्रीका महाद्वीप –
अफ़्रीका वा कालद्वीप, एशिया के बाद विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह 37°14' उत्तरी अक्षांश से 34°50' दक्षिणी अक्षांश एवं 17°33' पश्चिमी देशान्तर से 51°23' पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। अफ्रीका के उत्तर में भूमध्यसागर एवं यूरोप महाद्वीप, पश्चिम में अंध महासागर, दक्षिण में दक्षिण महासागर तथा पूर्व में अरब सागर एवं हिन्द महासागर हैं। पूर्व में स्वेज भूडमरूमध्य इसे एशिया से जोड़ता है तथा स्वेज नहर इसे एशिया से अलग करती है। जिब्राल्टर जलडमरूमध्य इसे उत्तर में यूरोप महाद्वीप से अलग करता है। इस महाद्वीप में विशाल मरुस्थल, अत्यन्त घने वन, विस्तृत घास के मैदान, बड़ी-बड़ी नदियाँ व झीलें तथा विचित्र जंगली जानवर हैं। मुख्य मध्याह्न रेखा (0°) अफ्रीका महाद्वीप के घाना देश की राजधानी अक्रा शहर से होकर गुजरती है। यहाँ सेरेनगेती और क्रुजर राष्ट्रीय उद्यान है तो जलप्रपात और वर्षावन भी हैं। एक ओर सहारा मरुस्थल है तो दूसरी ओर किलिमंजारो पर्वत भी है और सुषुप्त ज्वालामुखी भी है। युगांडा, तंजानिया और केन्या की सीमा पर स्थित विक्टोरिया झील अफ्रीका की सबसे बड़ी तथा सम्पूर्ण पृथ्वी पर मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झील है। यह झील दुनिया की सबसे लम्बी नदी नील के पानी का स्रोत भी है।कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इसी महाद्वीप में सबसे पहले मानव का जन्म व विकास हुआ और यहीं से जाकर वे दूसरे महाद्वीपों में बसे, इसलिए इसे मानव सभ्यता की जन्मभूमि माना जाता है। यहाँ विश्व की दो प्राचीन सभ्यताओं (मिस्र एवं कार्थेज) का भी विकास हुआ था। अफ्रीका के बहुत से देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्र हुए हैं एवं सभी अपने आर्थिक विकास में लगे हुए हैं। अफ़्रीका अपनी बहुरंगी संस्कृति और जमीन से जुड़े साहित्य के कारण भी विश्व में जाना जाता है।अफ्रीका विश्व का दूसरा बड़ा महाद्वीप है, यहाँ पर लगभग सारी प्राचीनतम एवं नवीनतम संस्कृतियाँ मिल जाती हैं। अफ्रीका महाद्वीप से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –
- विश्व के कुल क्षेत्रफल के लगभग 20.2% भाग पर अफ्रीका महाद्वीप फैला है।
- यह एकमात्र महाद्वीप है जिससे होकर विषुवत वृत्त, कर्क वृत्त और मकर वृत्त गुजरते हैं।
- यहाँ के देश लीबिया में एक भी नदी नहीं है।
- अफ्रीका का 1/3 भाग मरुस्थल है।
- यहाँ केवल 10% भूमि ही कृषि योग्य है।
- हीरा और सोना उत्पादन में अफ्रीका सबसे आगे है।
- सबसे बड़ा देश – अल्जीरिया
- सबसे छोटा देश – मेओटी
- सबसे लम्बी नदी – नील नदी
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – किलिमंजारो ( 5895 मी. )
- सबसे बड़ी झील – विक्टोरिया
- विश्व की सबसे बड़ी हीरे की खान किम्बरले इसी महाद्वीप पर स्थित है।
- विश्व की सबसे लम्बी नदी विक्टोरिया झील से ही निकलती है।
- सबसे अधिक जल ढोने वाली नदी – जायरे ( कांगो )
- कांगो नदी विषुवत रेखा को दो जगह काटती है।
- यहाँ के कांगो का पूर्व नाम जायरे था। इस पर बेल्जियम का शासन था।
- यहाँ के देश नाइजीरिया को तेल ताड़ का देश भी कहा जाता है।
उत्तरी अमेरिका महाद्वीप –
उत्तरी अमेरिका विश्व का तीसरा बड़ा महाद्वीप है, इसे नई दुनिया की संज्ञा दी जाती है। उत्तरी अमेरिका की खोज 1492 ई. में कोलंबस ने की थी। इसके दक्षिणी भाग में अनेक द्वीप हैं जिन्हें पश्चिमी द्वीपसमूह या वेस्टइंडीज के नाम से जाना जाता है।
उत्तर अमेरिका महाअमेरिका (उत्तर और दक्षिण अमेरिका संयुक रूप से) का उत्तरी महाद्वीप है, जो पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित है और पूर्णतः पश्चिमी गोलार्ध में आता है। उत्तर में यह आर्कटिक महासागर, पूर्व में उत्तरी अन्ध महासागर, दक्षिणपूर्व में कैरिबियाई सागर और पश्चिम में उत्तरी प्रशान्त महासागर से घिरा हुआ है। उत्तर अमेरिका का मुख्य भाग ४० उत्तरी अक्षांश से ८३० उत्तरी अक्षांश तथआ ५३० पश्चिमी देशान्तर से १६८० पश्चिमी देशान्तर के बीच स्थित है। इसका आकार त्रिभुज के समान है जिसका शीर्ष दक्षिण की ओर और आधार उत्तर की ओर है। उत्तर अमेरिका का कुल भूभाग २,४७,०९,००० वर्ग किलोमीटर है, पृथ्वी की कुल सतह का ४.८% या कुल भूभाग का १६.५%। जुलाई, २००८ तक, इसकी अनुमानित जनसंख्या ५२.९ करोड़ थी। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह एशिया और अफ़्रीका के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा और जनसंख्या की दृष्टि से यह एशिया, अफ़्रीका और यूरोप के बाद चौथा सबसे बड़ा महाद्वीप है।
उत्तरी अमेरिका से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –
- यह विश्व के 16.5% भाग पर फैला हुआ है।
- विश्व की कुल मक्का उत्पादन का आधा भाग यहीं पैदा होता है।
- सबसे बड़ा देश – कनाडा
- सबसे छोटा देश – सेंट-पियरे
- सबसे लम्बी नदी – मिसीसिपी-मिसौरी
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – देनाली [ पुराना नाम – माउंट मैकिनले ] ( 6194 मी. )
- सबसे बड़ी झील – सुपीरियर ( विश्व की मीठे पानी की सबसे बड़ी झील )
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप –
दक्षिण अमेरिका संसार का चौथा बड़ा महाद्वीप है। इसका लगभग दो-तिहाई भाग विषुवत रेखा के दक्षिण में उष्ण कटिबंध में फैला है। दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, मैक्सिको और वेस्ट इंडीज को मिलाकर लैटिन अमेरिका कहते हैं। दक्षिणी अमेरिका से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –- इसका क्षेत्रफल विश्व के क्षेत्रफल का लगभग 11.80% है।
- इसका बहुत बड़ा भाग वनाच्छादित है।
- सबसे बड़ा देश – ब्राज़ील
- सबसे छोटा देश – फ़ॉकलैंड द्वीप
- सबसे लम्बी नदी – अमेज़न
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – आकोंकागुआ / आकोंकाग्वा / एकांकागुआ [ Aconcagua ] ( 6906 मी. )
अंटार्कटिका महाद्वीप –
अंटार्कटिका संसार का पाँचवां बड़ा महाद्वीप है। यह दक्षिणी गोलार्द्ध में अवस्थित है। पूर्णतः हिमाच्छादित रहने के कारण इसे श्वेत महाद्वीप कहते हैं। इस महाद्वीप की खोज का करने का प्रथम प्रयास एक नाविक जेम्स कुक द्वारा किया गया था। पर वो अंटार्कटिक वृत्त को पार करके भी इसकी भूमि तक नहीं पहुँच पाए थे। इस महाद्वीप की मुख्य भूमि की खोज का श्रेय फेबियन वेलिंग शॉसेन को है, वह 1820 ई. में वोस्टॉक नामक जहाज से अंटार्कटिका महाद्वीप पर पहुँचे थे। अंटार्कटिका से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –- यह अकेला ऐसा महाद्वीप है जो पूरी तरह से निर्जन एवं वीरान है।
- यह पूरी तरह से दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है तथा दक्षिणी ध्रुव इसके मध्य में स्थित है।
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – विन्सन मैसिफ
यूरोप महाद्वीप –
यूरोप महाद्वीप उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे छोटा महाद्वीप है तथा विश्व का छठा बड़ा महाद्वीप है। इसे प्रायद्वीपों का प्रायद्वीप या यूरेशिया का प्रायद्वीप कहते हैं। यूरोप तथा एशिया के सम्मिलित भू-भाग को यूरेशिया कहते हैं। यूरोप से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –- यूरोप के पास संसार के क्षेत्रफल का 6.5% भाग है।
- यूरोप के महत्वपूर्ण खनिज लौह अयस्क, कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि हैं।
- सबसे बड़ा देश – रूस
- सबसे छोटा देश – वेटिकन सिटी
- सबसे लम्बी नदी – वोल्गा
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – एल्ब्रुश ( 5,642 मी. )
- सबसे बड़ी झील – लैडोगा
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप –
ऑस्ट्रेलिया विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप है। अतः इसे द्वीपीय महाद्वीप भी कहते हैं। इसकी खोज सन् 1770 ई. में जेम्स कुक ने की। यह महाद्वीप पूर्णतः दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है। ऑस्ट्रेलिया सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं –- मकर वृत्त इसके मध्य से होकर गुजरता है।
- यह एकमात्र देश है, जोकि सम्पूर्ण महाद्वीप पर फैला है।
- ऑस्ट्रेलिया को प्यासी भूमि का देश कहते हैं, क्योंकि इसके बहुत बड़े भाग में बहुत कम वर्षा होती है।
- जल की कमी है।
- सबसे बड़ा देश – ऑस्ट्रेलिया
- सबसे छोटा देश – नौरू
- सबसे लम्बी नदी – मर्रे-डार्लिंग
- सबसे ऊँचा पर्वत शिखर – कोस्किउस्ज्को पर्वत / कोज़िअस्को पर्वत [ Mount Kosciuszko ] ( 2,228 मी. )
- सबसे बड़ी झील – आयर झील