क्या होता है लॉकडाउन
लॉक डाउन एक व्यवस्था है जो किसी आपदा या एपिडेमिक स्थिति के वक्त सरकारी तौर पर लागू किया जाता है। लॉक डाउन में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें सिर्फ दवा और अनाज जैसी जरुरी चीजों के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है। इस दौरान वे बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं।यह एक इमर्जेन्सी व्यवस्था है। सीधे शब्दों में "लॉकडाउन" का अर्थ है "तालाबंदी" जिस तरह किसी संस्थान या फ़ैक्ट्री को बंद किया जाता है और वहाँ तालाबंदी हो जाती है उसी तरह लॉक डाउन का अर्थ है कि आप अनावश्यक कार्य के लिए सड़कों पर न निकलें। किसी तरह की परेशानी हो तो लोग सम्बंधित पुलिस थाने, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक अथवा अन्य उच्च अधिकारी को फोन कर सकते हैं।
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उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे सूबे को 27 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है। हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया है कि दवाओं सहित आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। लोगों से अधिक से अधिक समय घर के अंदर रहने की अपील की जा रही है।
भारत में कहाँ-कहाँ पर है लॉकडाउन
भारत के 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 548 जिलों को लॉकडाउन किया गया है। आपको बता दें की इस समय भारत में कुल २८ राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं. यह लॉकडाउन कोरोना वायरस (COVID -19 ) के बढ़ते प्रकोप को लेकर किया गया है। क्योकि यह अब ह्यूमन -टू -ह्यूमन फैलने लगा है अर्थात यह वायरस फैलने के हिसाब से अपने तीसरे स्तर पर है।
किन - किन देशों में है लॉकडाउन
चीन, डेनमार्क, अल सल्वाडोर, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूज़ीलैंड, पोलैंड, और स्पेन में लॉक डाउन
जैसी स्थिति बनी हुयी है। चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आये इसलिए सबसे पहले वहाँ लॉकडाउन किया गया। इटली में मामला गंभीर होने के बाद वहां के प्रधानमंत्री जिएसेपे कॉन्टे ने पुरे देश को लॉकडाउन कर दिया। उसके बाद स्पेन और फ़्रांस ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यही कदम उठाया।
कहाँ लागू हुआ था दुनिया का पहला लॉकडाउन
दुनिया का सबसे पहला लॉकडाउन अमेरिका में 9/11 हमले के बाद किया गया था वहाँ तीन दिन तक लॉकडाउन किया गया था। दिसम्बर 2005 में न्यू साउथ वेल्स पुलिस फोर्स ने दंगा रोकने के लिए लॉकडाउन किया था। 19 अप्रैल 2013 को बोस्टन शहर को आतंकियों की खोज के लिए लॉकडाउन कर दिया गया था। नवम्बर 2015 में पैरिस हमले के बाद संदिग्धों को पकड़ने पकड़ने के लिए साल 2015 में ब्रुसेल्स में पूरे शहर को लॉकडाउन किया गया था।