कोरोना वायरस को लेकर PM मोदी का देश के नाम दूसरा सम्बोधन PM मोदी ने कहा की मैं एक बार फिर कोरोना वैश्विक महामारी पर बात करने के लिए आपके बिच आया हूँ। जहाँ एक ओर समूचे विश्व में इस महामारी का प्रकोप है वहीँ भारत में इससे निपटने के लिए हर प्रयास किये जा रहे हैं।
सोशल डिस्टेंशन बनाएँ रखना है अनिवार्य PM मोदी ने कहा की भारत के प्रत्येक नागरिक की यह जिम्मेवारी है की वह इस महामारी के प्रति बिलकुल भी लापरवाही न दिखाएँ। आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपके परिवार, गांव और यहाँ तक की पूरे देश को खतरे में दाल सकती है। माननीय नरेंद्र मोदी ने सभी देश वासियों से अपील की है की वे घर से बहार न निकले। तथा सोशल डिस्टेंशन बनाये रखे. क्योंकि सोशल डिस्टेंशन ही इस महामारी से बचने का एकमात्र उपाय है।
घर की लक्ष्मण रेखा को नहीं करना है 21 दिनों तक पार
PM मोदी ने कहा की 24 मार्च को रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिनों के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मेरी हाथ जोड़ कर प्रार्थना है कि इस समय जो भी व्यक्ति देश के जिस भी जगह पर है वह वहीं रुके। PM मोदी ने कहा की यह लॉकडाउन सबके लिए है देश के प्रत्येक नागरिक के लिए यहाँ तक की खुद प्रधान मंत्री के लिए भी यह लागू होता है।
क्या कहती है WHO (world Health Orgnization) कि रिपोर्ट।
मोदी जी ने कहा की WHO की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस (COVID -19) से संक्रमित लोगों की संख्या 67 दिन में एक लाख पहुंच थी किन्तु अगले 11 दिन में कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या दो लाख पहुंच गयी, अर्थात 11 दिन में एक लाख नए व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आ गए। और उसके बाद महज 4 दिनों में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 3 लाख से भी ऊपर पहुंच गयी है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह वायरस कितनी तेजी से फ़ैल रहा है।
बेकाबू हैं इन देशों के कई देशों में हालात बेकाबू हैं, इटली, फ्रांस, अमेरिका, चीन आदि देशों में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा होने के वाबजूद इस महामारी को कण्ट्रोल करना आसान नहीं हो पा रहा और हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। इसका कोई इलाज नहीं हैं, इसको फैलने से रोकने के लिए या इससे निपटने का एक मात्र उपाय है और वह है सम्पूर्ण लॉकडाउन।
मोदी ने बड़े ही कड़े शब्दों में यह सन्देश दिया की कोई भी व्यक्ति घर की लक्षमण रेखा को पार न करे। अन्यथा इसके परिणाम भयानक हो सकते हैं , यदि आपने घर की लक्षमण रेखा को पर किया तो इसका खामियाजा आपके परिवार और आपके पड़ोसियों को भुगतना पड़ सकता है। जान है तो जहान है इसका अवश्य ध्यान रखें.
यह परीक्षा और धैर्य की घडी हैं PM मोदी ने कहा की यह परीक्षा की घडी है धैर्य की घडी है, सभी को अपना वचन एवं संकल्प को को निभाना है. उन्होंने कहा की गरीबों के लिए यह अत्यंत ही मुश्किल घडी है। किन्तु केंद्र सरकार एवं सभी राज्य सरकारें जीवन की मूलभूत आवश्यक जीचों की व्यवस्था करने का काम करेगी।
1500 करोड रुपयों इस महामारी से निपटने के लिए जारी किये। इस महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 15,000 करोड़ रूपये जारी किया है इस महामारी से निपटने के लिए। इसके अंतर्गत चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत बनाया जायेगा तथा अस्पतालों की क्षमताओं में वृद्धि करने का कार्य किया जायेगा। मेडिकल और पैरामेडिकल मैनपावर ट्रैनी का कार्य किया जायेगा।
PM मोदी ने कहा की सभी राज्य सरकारों की पहली प्राथमिकता हेल्थ केयर होनी चाहिए। उन्होंने कहा की घर से निकलने से पहले उनके बारे में सोचे जो कोरोना वायरस से पीड़ित है. और उनके बारे में सोंचे जो हमारी सुरक्षा के लिए दिन रात ड्यूटी पर लगे हुए हैं, चाहे वे पुलिस कर्मी हों, आप तक सही खबर पहुंचाने वाले मीडिया कर्मी हों, चाहे इसका इलाज ढूढ़ने में लगे हमारे डॉक्टर्स हों. चाहे हमारी सेना हो सब बधाई के के पात्र हैं.
कितने लोग संक्रमत लोगो की पहिचानो अब तक भारत में 519 से भी ज्यादा सामने आ चुके है और इस महामारी से नौ से अधिक लोगों की जाने जा चुकी हैं।
तो इस पोस्ट के माध्यम से नोबल एग्जाम सिटी (Noble Exam City) परिवार भी आपसे विनम्र निवेदन करता है की 21 दिनों के इस लॉकडाउन के दौरान कहीं भी बाहर न निकलें।
बेकाबू हैं इन देशों के